सूरह अल क़ुरैश मक्का में नाज़िल हुई और इसकी 4 आयतें हैं.
अल्लाह के नाम से शुरू, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
1. क़ुरैश के लोग आदी हैं
2. यानी वे सर्दी और गर्मी के मौसम में यमन और मुल्क शाम का सफ़र करने के आदी हैं
3. फिर उन्हें चाहिए कि वे ख़ाना ए काबा के परवरदिगार की इबादत करें.
4. जिसने उन्हें भूख में खाना दिया और ख़ौफ़ से अमान में रखा.
अल्लाह के नाम से शुरू, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
1. क़ुरैश के लोग आदी हैं
2. यानी वे सर्दी और गर्मी के मौसम में यमन और मुल्क शाम का सफ़र करने के आदी हैं
3. फिर उन्हें चाहिए कि वे ख़ाना ए काबा के परवरदिगार की इबादत करें.
4. जिसने उन्हें भूख में खाना दिया और ख़ौफ़ से अमान में रखा.
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