सूरह अल इख़लास मक्का में नाज़िल हुई और इसकी 4 आयतें हैं.
अल्लाह के नाम से शुरू, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
1. ऐ मेरे महबूब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम तुम कह दो कि अल्लाह ही वाहिद है.
2. अल्लाह बेनियाज़ है.
3. न उसकी कोई औलाद है और न वह किसी की औलाद है.
4. और न उसका कोई हमसफ़र है.
अल्लाह के नाम से शुरू, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
1. ऐ मेरे महबूब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम तुम कह दो कि अल्लाह ही वाहिद है.
2. अल्लाह बेनियाज़ है.
3. न उसकी कोई औलाद है और न वह किसी की औलाद है.
4. और न उसका कोई हमसफ़र है.
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